एक दिन खुदा ने मुझसे कहा - "मत इंतज़ार कर, इस जनम में उसका मिलना मुश्किल है. "
मैंने भी कह दिया - "लेने दे मज़ा इंतज़ार का, अगले जनम में तो मुमकिन हैं"
फिर खुदा ने कहा - "मत कर इतना प्यार, बहुत पछताएगा"
मुस्कुरा के मैंने कहा - "देखते हैं तू कितना मुझे तड़पाएगा"
फिर खुदा ने कहा - "भूल जा उसे, चल तुझे जन्नत की अपसरा से मिलाता हूँ"
मैंने कहा - "आ नीचे, देख मेरे प्यार का मुस्कुरता चेहरा, तुझे जन्नत की अपसरा भुलवाता हूँ"
गुस्से में खुदा ने कहा - "मत भूल अपनी औकात, तू तो एक इनसान है"
हस कार मैंने कहाँ - "तो मिला दे मुझे मेरे प्यार से और साबित कर कि तू ही भागवान हैं"
फिर खुदा ने गुस्से में उसकी मुझसे शादी करा दी.
सब भूत उतर गया.
मैंने भी कह दिया - "लेने दे मज़ा इंतज़ार का, अगले जनम में तो मुमकिन हैं"
फिर खुदा ने कहा - "मत कर इतना प्यार, बहुत पछताएगा"
मुस्कुरा के मैंने कहा - "देखते हैं तू कितना मुझे तड़पाएगा"
फिर खुदा ने कहा - "भूल जा उसे, चल तुझे जन्नत की अपसरा से मिलाता हूँ"
मैंने कहा - "आ नीचे, देख मेरे प्यार का मुस्कुरता चेहरा, तुझे जन्नत की अपसरा भुलवाता हूँ"
गुस्से में खुदा ने कहा - "मत भूल अपनी औकात, तू तो एक इनसान है"
हस कार मैंने कहाँ - "तो मिला दे मुझे मेरे प्यार से और साबित कर कि तू ही भागवान हैं"
फिर खुदा ने गुस्से में उसकी मुझसे शादी करा दी.
सब भूत उतर गया.
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